विवेक अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि यदि जल्द ही इस मुद्दे पर सख्त कार्यवाही नहीं की गई, तो व्यापारिक संगठनों को मजबूरन बड़ा कदम उठाना पड़ेगा। उन्होंने यह भी कहा कि जोमैटो जैसी कंपनियां स्थानीय होटलों से खाद्य सामग्री की डिलीवरी करवा रही हैं जिससे स्थानीय व्यापार को नुकसान नहीं पहुंचता, लेकिन ब्लिंकिट अपने निजी स्टोर्स से सीधे ग्राहकों तक सब्जी, राशन और अन्य घरेलू सामान पहुंचा रहा है। इससे कोटद्वार के छोटे-बड़े सभी व्यापारियों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
उन्होंने चिंता जताई कि यदि ऐसी गतिविधियों पर रोक नहीं लगी तो इसका असर केवल कोटद्वार तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि पहाड़ी क्षेत्रों के व्यापार पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, जो कोटद्वार पर ही निर्भर है।
इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए एआरटीओ शशि दुबे ने कहा कि निजी वाहनों का वाणिज्यिक उपयोग कानूनन गलत है। उन्होंने बताया कि जल्द ही इन कंपनियों के स्थानीय कार्यालयों को नोटिस जारी किया जाएगा और उन्हें तय समयसीमा के भीतर आवश्यक परिवर्तन करने के निर्देश दिए जाएंगे। यदि निर्देशों का पालन नहीं हुआ, तो परिवहन विभाग नियमों के अंतर्गत कठोर कार्यवाही की जाएगी।
शशि दुबे ने यह भी बताया कि हाल ही में प्राप्त शिकायतों के आधार पर डोमिनोज पिज्जा के डिलीवरी वाहनों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है।
स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि शहर के सामाजिक और धार्मिक कार्यों में वर्षों से व्यापार मंडल ने सक्रिय भूमिका निभाई है, लेकिन अगर इस तरह की बहुराष्ट्रीय कंपनियों को अनियंत्रित रूप से संचालित होने दिया गया तो पारंपरिक व्यापार पर संकट मंडरा सकता है।
यह विवाद ऐसे समय पर सामने आया है जब देशभर में ऑनलाइन डिलीवरी सेवाएं तेजी से बढ़ रही हैं, लेकिन छोटे व्यापारियों के हितों और स्थानीय नियमों का पालन सुनिश्चित करना भी एक बड़ी चुनौती बनता जा रहा है।

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