खटीमा के एक प्रतिष्ठित निजी स्कूल में 10वीं कक्षा के छात्र की आंख में पेन घोंपने की घटना ने तूल पकड़ लिया है। पीड़ित छात्र मिहीर राणा के परिजन मंगलवार को आक्रोशित होकर बड़ी संख्या में समर्थकों के साथ कोतवाली पहुंचे और स्कूल प्रबंधन के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करने तथा सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया।
ग्राम कंजाबाग पटिया निवासी छात्र की मां ममता देवी ने 2 अगस्त को पुलिस को तहरीर दी थी, जिसमें उन्होंने बताया कि उनका पुत्र माहिर राणा 11 जुलाई को स्कूल में साथ पढ़ने वाले एक छात्र द्वारा आंख पर पेन से हमले का शिकार हुआ था। इस घटना के बाद से उसकी एक आंख की रोशनी चली गई है।
परिजनों का आरोप है कि घटना के बाद स्कूल प्रबंधन ने समय पर उन्हें सूचना नहीं दी। उल्टा बच्चे को इधर-उधर घुमाते रहे और तब तक जानकारी नहीं दी गई जब तक स्थानीय डॉक्टरों ने इलाज से इनकार कर बड़े अस्पताल में रेफर नहीं कर दिया। परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि स्कूल प्रबंधन ने इलाज के दौरान गैरजिम्मेदाराना रवैया अपनाया और बच्चे की मां के साथ अभद्र व्यवहार किया।
पीड़ित छात्र की मां ममता देवी का कहना है कि उन्होंने कई बार मदद की गुहार लगाई, लेकिन स्कूल प्रबंधन ने बच्चे का उचित इलाज नहीं कराया। वहीं, स्कूल प्रशासन ने इन आरोपों से इंकार करते हुए दावा किया है कि छात्र का इलाज एम्स सहित बड़े अस्पतालों में कराया गया है और सभी जरूरी कदम उठाए गए हैं।
मंगलवार को कोतवाली में बाजार चौकी इंचार्ज पंकज महर व एसआई पंकज पंत की मौजूदगी में दोनों पक्षों के बीच घंटों वार्ता चली। वार्ता के बाद तय हुआ कि मामले में लिखित समझौता किया जाएगा। परिजनों ने समझौते के तहत छात्र के इलाज, यदि आंख ठीक नहीं होती है तो डोनेट की गई आंख के प्रत्यारोपण और उसके संपूर्ण खर्च, साथ ही छात्र की आगे की पूरी शिक्षा का खर्च स्कूल द्वारा वहन किए जाने की मांग रखी है।
फिलहाल मामले की जांच जारी है और दोनों पक्षों में बातचीत का दौर बना हुआ है।

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