यूपीसीएल के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों में डिजास्टर रिस्पांस टीमें तैनात की गई हैं। साथ ही सभी नियंत्रण कक्षों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि आपदा जैसी परिस्थितियों में विद्युत आपूर्ति बनाए रखना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है, लेकिन विभाग की सभी टीमें – अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता और अवर अभियंता – अपने-अपने क्षेत्रों में लगातार गश्त और निरीक्षण कर रही हैं।
अनिल कुमार ने फील्ड स्टाफ को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी विद्युत अवरोध, पोल गिरने या तार टूटने की सूचना तत्काल मुख्यालय और संबंधित नियंत्रण कक्ष को दी जा रही है। उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया है कि लाइन स्टाफ और फील्ड इंजीनियर सुरक्षा उपकरणों का अनिवार्य रूप से उपयोग करें तथा वर्षा, आंधी या भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में कार्य करते समय विशेष सावधानी बरतें।
प्रबंध निदेशक ने आम नागरिकों से भी सहयोग की अपील की है। उन्होंने कहा कि प्रतिकूल मौसम की स्थिति में सतर्क रहें और बिजली के खंभों, टूटे तारों या गिरे हुए पोल से दूरी बनाए रखें। उन्होंने चेताया: “टूटे या गिरे हुए बिजली के तारों को न छुएं, न ही हटाने का प्रयास करें। गीले हाथों से किसी भी विद्युत उपकरण का प्रयोग न करें।”
यूपीसीएल ने किसी भी विद्युत दुर्घटना या आपूर्ति अवरोध की स्थिति में उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे तुरंत टोल फ्री नंबर 1912 या अपने नजदीकी बिजली घर से संपर्क करें।
प्रदेशभर में लगातार बारिश के चलते हालात चुनौतीपूर्ण बने हुए हैं, लेकिन विद्युत विभाग आपूर्ति व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के लिए पूरी मुस्तैदी से जुटा हुआ है।

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