इस प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में 100 से अधिक देशों के लगभग 8,500 खिलाड़ियों ने 18 खेलों में भाग लिया। भारत की ओर से वॉक रेस टीम का हिस्सा बनी मानसी ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से कांस्य पदक हासिल किया, जो देश के लिए एक गौरवशाली उपलब्धि है।
मानसी की इस सफलता पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें बधाई देते हुए कहा, "राइन-रूहर, जर्मनी में आयोजित FISU खेलों में कांस्य पदक जीतकर मानसी ने उत्तराखंड ही नहीं, पूरे देश को गौरवान्वित किया है। उनकी यह उपलब्धि अन्य खिलाड़ियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगी।"
संघर्षों से सफलता तक का सफर
चमोली जिले के मजोठी गांव की रहने वाली मानसी नेगी की सफलता आसान नहीं रही। सीमित संसाधनों, पारिवारिक आर्थिक चुनौतियों और पिता के निधन जैसे गहरे व्यक्तिगत दुखों के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी। पढ़ाई के साथ-साथ खेल में निरंतर उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए उन्होंने अब तक 17 से अधिक पदक अपने नाम किए हैं। उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड 20 किलोमीटर वॉक रेस में 1 घंटा 36 मिनट का है।
मानसी को इससे पहले तीलू रौतेली पुरस्कार 2022-23 से भी सम्मानित किया जा चुका है। एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर पदक जीतने पर उन्हें विभिन्न संगठनों और खेल प्रेमियों से बधाइयाँ मिल रही हैं।
प्रेरणा बनीं पहाड़ की बेटी
मानसी नेगी की उपलब्धि न केवल उत्तराखंड की बेटियों के लिए, बल्कि देशभर की युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणास्त्रोत है। उन्होंने यह दिखा दिया कि सच्ची लगन, मेहनत और आत्मविश्वास के बल पर कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।

Post a Comment