कोटद्वार: स्मार्ट मीटरों के खिलाफ फूटा गुस्सा, नागरिकों ने की पुराने मीटर लगाने की मांग


लालपुर, पदमपुर और शिवराजपुर वार्ड के नागरिकों ने स्मार्ट मीटरों के खिलाफ सोमवार को जोरदार प्रदर्शन करते हुए विद्युत वितरण खंड कार्यालय और तहसील परिसर में जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने ऊर्जा निगम की अधिशासी अभियंता (ईई) नंदिता अग्रवाल और उपजिलाधिकारी (एसडीएम) सोहन सिंह सैनी को ज्ञापन सौंपते हुए स्मार्ट मीटरों को हटाकर पुराने मीटर लगाए जाने की मांग की।

प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद से बिजली के बिलों में बेतहाशा वृद्धि हुई है, जिससे आम जनता — विशेष रूप से गरीब वर्ग — पर भारी आर्थिक बोझ पड़ रहा है। उन्होंने यह भी दावा किया कि कई घरों और दुकानों में बिना उपभोक्ताओं की अनुमति के ही स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं, जो नियमों के खिलाफ है।

"बिना अनुमति लगाए जा रहे मीटर"

प्रदर्शन में शामिल नागरिकों ने कहा कि ऊर्जा निगम द्वारा मनमाने ढंग से बिना पूर्व सूचना या सहमति के मीटर बदले जा रहे हैं। कई मामलों में उपभोक्ताओं को यह जानकारी तक नहीं दी गई कि उनके पुराने मीटर हटाए जा रहे हैं।

ज्ञापन सौंपने वालों में पार्षद नेत्र मोहन असवाल, दीपक पाठक, सुबोध जदली, राम प्रकाश कौशिक, मुकेश पटवाल, विजेंद्र राणा, गब्बर सिंह नेगी, गब्बर सिंह रावत, विधित बौंठियाल, गुड्डी जखमेला, राकेश चौधरी, विराज भंडारी, सोबन सिंह, कैलाश काला, सरोज देवी, शांति देवी, गोदांबरी देवी, शीला शेरपा, राखी बलोधी, माधुरी नेगी और नरेंद्र रावत सहित कई अन्य लोग शामिल रहे।पूर्व सैनिक सेवा परिषद भी विरोध में उतरी

स्मार्ट मीटरों के खिलाफ विरोध सिर्फ आम नागरिकों तक ही सीमित नहीं रहा। पूर्व सैनिक सेवा परिषद ने भी ऊर्जा निगम की अधिशासी अभियंता को ज्ञापन सौंपा। परिषद के अध्यक्ष गोपालकृष्ण बड़थ्वाल की अगुवाई में पूर्व सैनिकों ने कहा कि पहले दो माह में बिजली का बिल आता था, लेकिन स्मार्ट मीटरों के बाद हर माह अधिक बिल आ रहा है।

पूर्व सैनिकों ने भी बिना सहमति मीटर लगाने का आरोप लगाया और मांग की कि जनहित को ध्यान में रखते हुए स्मार्ट मीटरों को हटाकर पुनः पुराने मीटर लगाए जाएं।

ज्ञापन सौंपने वालों में अनिल डबराल, बलवान सिंह रावत, संजय असवाल, हरीश चंद्र कुकशाल सहित कई पूर्व सैनिक शामिल थे।

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