गढ़वाल वन प्रभाग के अन्तर्गत पोखड़ा रेंज के श्रीकोट गांव में मंगलवार सुबह एक गुलदार को पिंजरे में सफलतापूर्वक कैद कर लिया गया। यह कार्रवाई हाल ही में एक चार वर्षीय बालिका पर हुए घातक हमले के बाद की गई, जिसने पूरे क्षेत्र में भय का माहौल पैदा कर दिया था।
डीएफओ जीवन मोहन दगाड़े ने जानकारी दी कि गुलदार को घटनास्थल से लगभग 30 मीटर की दूरी पर लगाए गए पिंजरे में कैद किया गया। उन्होंने बताया कि अब गुलदार का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाएगा, साथ ही उसकी उम्र, लिंग और आक्रामक प्रवृत्ति की पुष्टि के लिए आवश्यक जैविक सैंपल लिए जाएंगे।
गौरतलब है कि श्रीकोट गांव में कुछ दिन पहले गुलदार के हमले में एक चार वर्षीय बालिका की दुःखद मृत्यु हो गई थी। घटना के तुरंत बाद जिला प्रशासन एवं वन विभाग ने जन सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए त्वरित कार्रवाई शुरू की।
जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया ने बताया कि गुलदार की गतिविधियों पर निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे तथा ट्रैप कैमरे स्थापित किए गए थे। इसके अलावा वन्यजीव tranquilize (बेहोश करने) करने की अनुमति तत्काल फॉरेस्ट कंजर्वेटर एवं चीफ वाइल्डलाइफ वार्डन से प्राप्त कर स्नाइपर की भी तैनाती की गई थी।
वन विभाग की टीम लगातार गश्त कर रही थी, और गांव में तीन पिंजरे लगाए गए थे। प्रशासन, वन विभाग और स्थानीय जनसहयोग से चलाया गया यह संयुक्त अभियान सफल रहा, जिससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।
अब गुलदार के आदमखोर होने की पुष्टि पशु चिकित्सकीय जांच के बाद ही की जाएगी। तब तक उसे वन विभाग की निगरानी में सुरक्षित स्थान पर रखा जाएगा।

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