उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र परीक्षा केंद्र से बाहर पहुंचाने के मामले में मुख्य आरोपी खालिद को पुलिस ने मंगलवार को हरिद्वार से गिरफ्तार कर लिया। पिछले दो दिनों से फरार चल रहे खालिद को हिरासत में लेकर देर रात देहरादून लाया गया। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि शुरुआती पूछताछ में यह साफ हो गया है कि यह कोई सामान्य पेपर लीक का मामला नहीं, बल्कि खालिद को परीक्षा पास कराने की साजिश थी।
एसएसपी के मुताबिक, इस साजिश के पीछे कोई अज्ञात मास्टरमाइंड है, जिसने परीक्षा केंद्र से प्रश्न पत्र के 12 सवाल बाहर भेजने में अहम भूमिका निभाई। खालिद से पूछताछ के जरिए पुलिस जल्द इस मास्टरमाइंड तक पहुंचने का दावा कर रही है।
पुलिस अब दो मुख्य एंगल से मामले की जांच कर रही है:
- खालिद को पास कराने की साजिश में कौन-कौन शामिल था: इस साजिश में शामिल अधिकतर कड़ियां पुलिस के हाथ लग चुकी हैं।
- प्रश्न पत्र केंद्र से बाहर कैसे भेजा गया और उत्तर कैसे मंगवाए गए: यह जानकारी आयोग को दी जाएगी ताकि भविष्य में ऐसे मामलों को रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत की जा सके।
एसएसपी अजय सिंह ने स्पष्ट किया कि अब तक की जांच में किसी संगठित गैंग या गिरोह की संलिप्तता सामने नहीं आई है। फिलहाल खालिद, उसकी बहन साबिया, हीना, टिहरी की सहायक प्रोफेसर सुमन और एक अज्ञात व्यक्ति की भूमिका पाई गई है। अज्ञात व्यक्ति की तलाश जारी है।
मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी की विवेचना अधिकारी एसपी (देहात) जया बलोनी ने बताया कि आरोपी साबिया को पूरी जानकारी थी कि उसका भाई खालिद बहादुरपुर जट स्थित परीक्षा केंद्र पर परीक्षा दे रहा था। इसके बावजूद उसने प्रश्न पत्र के स्क्रीनशॉट सहायक प्रोफेसर सुमन को भेजे और उनसे उत्तर प्राप्त किए। अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि प्रश्न पत्र साबिया तक किस माध्यम से पहुंचा।
खालिद को देहरादून लाकर पूछताछ की जा रही है। जरूरत पड़ने पर बुधवार को उसे कस्टडी रिमांड पर लिया जा सकता है। वहीं, आरोपी साबिया को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

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