लालढांग-चिल्लरखाल मार्ग के निर्माण की मांग को लेकर क्षेत्रवासियों का आंदोलन तेज होता जा रहा है। बृहस्पतिवार को धरना प्रदर्शन अपने 34वें दिन में प्रवेश कर गया, वहीं पूर्व सैनिक राजाराम अणथ्वाल का आमरण अनशन भी लगातार छठे दिन जारी रहा।
धरनास्थल पर पं. बसंत बल्लभ जोशी के सान्निध्य में सरकार की "बुद्धि-शुद्धि" यज्ञ का आयोजन किया गया। यज्ञ में बड़ी संख्या में क्षेत्रवासियों ने भाग लेकर पूर्णाहुति दी और यह संकल्प लिया कि जब तक सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं होता, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
प्रदर्शनकारियों ने सरकार और जनप्रतिनिधियों पर उदासीन रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए सवाल उठाया कि आखिर इस जनहित के मुद्दे पर जनप्रतिनिधि चुप क्यों हैं। उनका कहना है कि सड़क न होने से लोगों को आवागमन, स्वास्थ्य और शिक्षा सहित अनेक बुनियादी सुविधाओं के लिए भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, फिर भी सत्ता और विपक्ष दोनों ही पक्ष इस मुद्दे पर गंभीर नहीं दिख रहे हैं।
धरने में आज भैरवदत्त सती, शिव सिंह मेहरा, लक्ष्मी दत्त, प्रयाग दत्त सती, आनंद मणि सती, भागा देवी, महेंद्र सिंह मेहरा, सत्य प्रकाश बलोदी, गोपाल सिंह अधिकारी, मेहरबान सिंह समेत अनेक स्थानीय लोग मौजूद रहे।

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