लालढांग–चिल्लरखाल मार्ग निर्माण की मांग को लेकर चल रहा आंदोलन रविवार को 44वें दिन पहुंच गया। इस दौरान आयोजित सभा में क्षेत्रवासियों ने प्रदेश सरकार पर कोटद्वार विधानसभा की अनदेखी करने का आरोप लगाया। वक्ताओं ने कहा कि यदि सरकार ने जल्द सड़क निर्माण की दिशा में कदम नहीं बढ़ाए, तो आंदोलनकारी मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे।
धरना स्थल पर आयोजित इस सभा को पूर्व सैनिक संघर्ष समिति, जीएमओयू संचालन समिति, प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन, व्यापार मंडल समेत कई सामाजिक संगठनों का समर्थन प्राप्त हुआ। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे प्रवीण थापा ने कहा कि अब यह सिर्फ एक मांग नहीं, बल्कि जनआंदोलन बन चुका है। जनता अपने विकास के अधिकार के लिए एकजुट होकर संघर्ष कर रही है।
राज्य आंदोलनकारी डॉ. शक्ति शैल कपरवाण ने कहा कि यदि सरकार को सत्ता में बने रहना है, तो विकास कार्यों पर ध्यान देना ही होगा। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर प्रदेश सरकार अब भी नहीं जागी, तो आंदोलन और उग्र किया जाएगा और मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया जाएगा।
सभा के दौरान देवेंद्र रावत, रविंद्र सिंह सौंद, प्रकाश रावत, राजाराम अणथ्वाल, संजय रावत, दीपक रावत, नितिन शर्मा, विजयपाल रावत, पार्षद भीम सिंह नेगी, सुखपाल शाह सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

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