शहर में गुरुवार को अलग-अलग इलाकों में लावारिस कुत्तों के हमले से हड़कंप मच गया। दिनभर में 35 लोग कुत्तों के काटने से घायल हो गए, जिनमें तीन पुलिसकर्मी और आठ स्कूली बच्चे भी शामिल हैं। इसके अलावा बंदरों, बिल्ली और चूहे के काटने के छह मरीज भी अस्पताल पहुंचे।
बेस अस्पताल में दिनभर एंटी रैबीज वैक्सीन लगवाने वालों की लंबी कतार लगी रही। अस्पताल प्रशासन के अनुसार, गुरुवार सुबह तीन स्कूली बच्चों को कुत्ता काटने के बाद अस्पताल लाया गया। बच्चों को एआरवी लगाए कुछ ही मिनट हुए थे कि दो पुलिसकर्मी भी कुत्ते के हमले में घायल होकर पहुंचे। इसके बाद घायलों का सिलसिला लगातार जारी रहा।
इंजेक्शन कक्ष प्रभारी ने बताया कि एक ही दिन में 35 लोग कुत्तों के काटने से, चार लोग बंदरों के काटने से और एक-एक व्यक्ति बिल्ली व चूहे के काटने से घायल हुए। सभी को आवश्यक एआरवी दी गई। नए 41 मरीजों के अलावा 35 पुराने मरीजों को भी वैक्सीन लगाई गई।
परिवहन विभाग की टीम पर भी हमला
कौड़िया चौराहे पर वाहन चेकिंग कर रही परिवहन विभाग की टीम पर एक पागल कुत्ते ने हमला कर दिया। टीम में शामिल पीआरडी चालक महाराज घायल हो गया। टीम में ट्रांसपोर्ट टैक्स ऑफिसर जयंत वशिष्ठ, हरीश मेहरा, राजेश और समर्थ भी मौजूद थे।
स्कूली बच्चे बने निशाना
स्कूल आते-जाते समय कई जगहों पर कुत्तों ने बच्चों पर हमला किया। मनीषा,
दीपक, अथर्व और हिमांशु समेत आठ बच्चे घायल हुए। सभी को तुरंत अस्पताल
पहुंचाया गया।
शहरभर में फैली दहशत
कौड़िया, सिताबपुर, तड़ियाल चौक, सिमलचौड़, लालपानी, शिब्बूनगर, शिवपुर, गाड़ीघाट और सिनेमा रोड क्षेत्रों में दिनभर लोग डरे-सहमे रहे। राहगीरों पर झपटते और वाहनों के पीछे दौड़ते कुत्तों ने लोगों को घरों में कैद रहने पर मजबूर कर दिया।

Post a Comment