संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में छिपे उत्तराखण्ड के फरार आरोपी जगदीश पुनेठा को CBI, विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय की संयुक्त कार्रवाई के बाद भारत वापस लाया गया है। उत्तराखण्ड पुलिस की टीम आरोपी को लेकर आज नई दिल्ली पहुंची।
पुनेठा के खिलाफ पिथौरागढ़ स्थित थाना क्षेत्र में दर्ज मामले में धोखाधड़ी और आपराधिक षड्यंत्र के गंभीर आरोप दर्ज हैं। मामले की जांच के दौरान उसके विदेश भाग जाने की जानकारी मिलने पर CBI ने इंटरपोल की मदद ली।
इसी क्रम में 6 मई 2025 को CBI ने इंटरपोल से रेड कॉर्नर नोटिस (RCN) जारी करवाया, जिसके बाद UAE अधिकारियों ने उसे चिन्हित कर हिरासत में ले लिया। कागजी प्रक्रिया पूरी होने पर उत्तराखण्ड पुलिस की टीम उसे भारत लेकर आई।
रेड कॉर्नर नोटिस: कैसे करता है काम?
रेड कॉर्नर नोटिस इंटरपोल द्वारा जारी किया जाने वाला एक अंतरराष्ट्रीय गिरफ्तारी अलर्ट है। यह दुनिया भर की पुलिस एजेंसियों को किसी वांछित अपराधी के बारे में सूचित करता है, ताकि उस व्यक्ति को दूसरी किसी भी देश की कानून एजेंसी पकड़ सके।
भारत में CBI इंटरपोल की नेशनल सेंट्रल ब्यूरो के रूप में कार्य करती है और BHARATPOL सिस्टम के जरिए सभी राज्यों और केंद्रीय एजेंसियों को इंटरपोल की सूचनाएं साझा करती है।
हाल के वर्षों में CBI और इंटरपोल के सहयोग से 150 से अधिक भगोड़ों को भारत लाने में सफलता मिली है। इसी सिलसिले में जगदीश पुनेठा की वापसी को भी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि माना जा रहा है।

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