दिसंबर का पहला दिन देशभर के नागरिकों के लिए कई महत्वपूर्ण बदलाव लेकर आया है। गैस सिलेंडर के दामों में संशोधन से लेकर आधार कार्ड अपडेट प्रक्रिया, ट्रैफिक नियमों, टैक्स डेडलाइन और डिजिटल सुरक्षा मानकों तक, कई नई व्यवस्थाएँ अब प्रभावी हो चुकी हैं। इन नियमों का असर सीधे आम उपभोक्ता, व्यवसायियों और कर्मचारियों पर पड़ेगा।
आधार कार्ड अपडेट प्रक्रिया हुई आसान
अब आधार कार्ड से जुड़े नाम, पता, जन्मतिथि और अन्य व्यक्तिगत जानकारी को ऑनलाइन अपडेट करना पहले से अधिक सरल हो गया है।
- UIDAI ने आधार डेटा सत्यापन की नई प्रणाली लागू की है।
- अब बदलाव पैन, पासपोर्ट जैसे सरकारी रिकॉर्ड से स्वतः सत्यापित हो जाएंगे।
- मोबाइल नंबर भी पूरी तरह ऑनलाइन बदला जा सकेगा।
- सुविधा बढ़ाने के लिए नया आधार ऐप भी लॉन्च किया गया है।
LPG सिलेंडर के दामों में संशोधन
- 1 दिसंबर से तेल कंपनियों ने कमर्शियल LPG सिलेंडर की कीमतें संशोधित की हैं।
- 19 किलो वाले कमर्शियल सिलेंडर में 10 रुपये की कमी की गई है।
- घरेलू LPG के दाम यथावत रखे गए हैं।
इस बदलाव का सबसे अधिक असर होटल, ढाबों और छोटे व्यापारियों पर पड़ेगा।
ATF की कीमतें बढ़ने पर महंगे हो सकते हैं हवाई टिकट
हर महीने की शुरुआत में ऑयल मार्केटिंग कंपनियाँ ATF (एविएशन टरबाइन फ्यूल) की नई दरें जारी करती हैं।
यदि इस बार कीमतों में बढ़ोतरी होती है, तो विमानन कंपनियों द्वारा किरायों में वृद्धि की संभावना बढ़ सकती है।
पेट्रोल–डीजल दामों पर भी सभी की नजर
पेट्रोल और डीजल की कीमतों की समीक्षा हर नए महीने से पहले की जाती है। ये दरें अंतरराष्ट्रीय बाजार एवं रुपये की मजबूती/कमजोरी पर निर्भर करती हैं। किसी भी बदलाव का सीधा असर ट्रांसपोर्टेशन और उपभोक्ता खर्च पर पड़ेगा।
30 नवंबर को कई टैक्स से जुड़ी समय-सीमाएँ समाप्त
कुछ अहम टैक्स अनुपालनों की अंतिम तिथि 30 नवंबर थी।
- इसमें अक्टूबर महीने के TDS से संबंधित विवरण भी शामिल रहे।
- धारा 194-IA, 194-IB, 194-M और 194-S के तहत रिपोर्टिंग जरूरी थी।
समय पर फाइल न करने पर भारी जुर्माना लग सकता है, इसलिए टैक्सपेयर्स के लिए अनुपालन बेहद आवश्यक था।
पेंशन विकल्प चुनने की अंतिम तिथि भी समाप्त
सरकार की यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) में शामिल होने की आखिरी रात 30 नवंबर थी।
- जो कर्मचारी NPS से UPS में स्विच करना चाहते थे, उन्हें इसी तारीख तक विकल्प चुनना था।
- नॉमिनेशन पूरी न होने पर पेंशन क्लेम और अन्य सेवाओं में दिक्कतें आ सकती हैं।
WhatsApp–Telegram यूजर्स के लिए बड़ा बदलाव: SIM Binding नियम लागू
सरकार डिजिटल सुरक्षा को मजबूत करने के लिए नए नियमों की तैयारी में है, जिसके लागू होने पर मैसेजिंग ऐप्स के उपयोग का तरीका बदल जाएगा। इनमें WhatsApp, Telegram, Signal, Snapchat आदि प्रमुख ऐप शामिल हैं।
क्या है SIM Binding?
- अभी तक यूज़र एक बार OTP से लॉगिन करने के बाद SIM हटाने पर भी ऐप इस्तेमाल कर सकते थे। Wi-Fi से कनेक्ट होकर ऐप चलता रहता है।
सरकार का दावा:
- इस सुविधा का दुरुपयोग साइबर अपराधियों द्वारा किया जा रहा है।
- कई विदेशी ठग भारतीय नंबरों से फर्जी अकाउंट चलाकर SIM हटाकर लोकेशन छुपाते हैं।
नया नियम आने पर:
- SIM हटते ही ऐप काम नहीं करेगा।
- इससे फर्जी और अनट्रेसेबल अकाउंट बनाना मुश्किल होगा।

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