मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना का शुभारंभ, 24 स्थानों पर महिला समूहों द्वारा लगाए गए स्टॉल, मुख्यमंत्री ने किया वर्चुअल संवाद



रक्षाबंधन के उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना के अंतर्गत सोमवार को जिले के 24 स्थानों पर महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों की बिक्री के लिए स्टॉल लगाए गए। जिला मुख्यालय पर कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने रिबन काटकर किया।

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि स्वरोजगार के क्षेत्र में महिलाओं को प्रशासन द्वारा हर संभव सहयोग प्रदान किया जाएगा। उन्होंने समूहों को सुझाव देते हुए कहा कि उत्पाद निर्माण में आने वाली लागत का आकलन किया जाए, जिससे वास्तविक लाभ की गणना सुनिश्चित की जा सके।

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअल माध्यम से साधना क्लस्टर की महिलाओं से संवाद किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे प्रदेश की मातृशक्ति के लिए एक बेटा और भाई बनकर कार्य करते रहेंगे। उन्होंने घोषणा की कि जल्द ही राज्य में जल सखी योजना शुरू की जा रही है, जिसके तहत जल संरक्षण और बिल वितरण जैसे कार्य महिला समूहों को आउटसोर्सिंग के माध्यम से दिए जाएंगे।

मुख्यमंत्री ने महिला समूहों से उनके उत्पादों की लागत, गुणवत्ता, विपणन और बिक्री से जुड़े सुझाव भी आमंत्रित किए। महिलाओं ने मुख्यमंत्री को योजना के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया और उन्हें रक्षाबंधन की शुभकामनाएं दीं।

साधना क्लस्टर के अंतर्गत कार्य कर रही जागृति संगठन की सदस्य सुशीला देवी ने बताया कि उनके क्लस्टर में अब तक 430 महिलाएं "लखपति दीदी" बन चुकी हैं। उन्होंने कहा कि समूह की महिलाएं कृषि, कैंटीन संचालन, डेयरी, आटा चक्की पैकेजिंग जैसे विभिन्न कार्यों में संलग्न हैं और प्रशिक्षण के माध्यम से अपने कार्य को निरंतर आगे बढ़ा रही हैं।

सुशीला देवी ने यह भी जानकारी दी कि उनके संगठन को 15 अगस्त 2025 को भारत सरकार द्वारा "आत्मनिर्भर संगठन पुरस्कार 2024" से सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि विपणन सुविधाएं मिलने से समूह के उत्पादों की पहचान बढ़ी है, जिससे महिलाओं की आय में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।

इस अवसर पर पीडी डीआरडीए विवेक कुमार उपाध्याय, बीडीओ पौड़ी सौरभ हांडा, तथा महिला समूहों की अनेक सदस्याएं उपस्थित रहीं।


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