उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में गुलदार और भालू के हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। आए दिन पहाड़ी इलाकों से मानव–वन्यजीव संघर्ष की घटनाएं सामने आ रही हैं। ताज़ा मामला बीरोंखाल विकासखंड के जिवई गांव का है जहां घास काट रही एक महिला पर भालू ने अचानक हमला कर दिया, अचानक हुए इस हमले में महिला गंभीर रूप से घायल हो गई, जिसके बाद उसे उपचार के लिए एम्स दिल्ली ले जाया गया है। घटना के बाद से ग्रामीण दशहत में है और वन विभाग ने इलाके में अपनी गश्त बढ़ा दी हैं।
मिली जानकारी के अनुसार लक्ष्मी देवी (35) अपने परिवारजनों के साथ गांव के पास स्थित बापता क्षेत्र की तरफ घास काटने गई थीं। तभी झाड़ियों से निकलकर आए भालू ने उन पर हमला कर दिया। हमले में उनके चेहरे पर गहरी चोटें आईं और एक आंख बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। परिजनों द्वारा शोर मचाने पर भालू वापस जंगल की ओर भाग गया।
गंभीर स्थिति में लक्ष्मी देवी को पहले बीरोंखाल अस्पताल पहुंचाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया। महिला के पति दिल्ली में कार्यरत होने के कारण परिवार उसे सीधे एम्स दिल्ली ले गया।
वन विभाग के रेंजर महेंद्र सिंह रावत के अनुसार घटना की सूचना मिलते ही विभागीय टीम को मौके पर भेज दिया गया है और गांव के आसपास नियमित गश्त शुरू कर दी गई है।
वहीं, घटना की जानकारी मिलते ही गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी ने फोन कर परिवार को एम्स दिल्ली में हरसंभव चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने का भरोसा दिया।
घटना के बाद भाजपा मंडल अध्यक्ष ओमपाल बिष्ट, कानूनगो विनोद रावत, राजस्व एवं वन विभाग कर्मी सहित कई स्थानीय लोग अस्पताल पहुंचकर घायल महिला की स्थिति की जानकारी लेते रहे।

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