कोटद्वार: गुमशुदा नाबालिक बालिका को AHTU टीम ने गुजरात से किया सकुशल बरामद, पुनर्वास केंद्र में चल रहा उपचार

 


वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद पौड़ी श्री सर्वेश पंवार के निर्देशन में जनपद पुलिस एवं एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU) द्वारा लगातार गुमशुदा व्यक्तियों की तलाश एवं सकुशल बरामदगी की सराहनीय कार्यवाही की जा रही है। इसी क्रम में कोटद्वार पुलिस और एएचटीयू टीम ने एक नाबालिक बालिका को दो बार सुरक्षित बरामद कर मानवता एवं जिम्मेदारी का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है।

दिनांक 07 अक्टूबर 2025 को कोटद्वार निवासी अपसरी अंसारी ने अपनी 17 वर्षीय पुत्री के घर से बिना बताए लापता होने की सूचना कोतवाली कोटद्वार में दी थी। परिजनों द्वारा काफी खोजबीन के बाद भी बालिका का कोई पता नहीं चलने पर मुकदमा मु.अ.सं. 253/2025, धारा 137(2) BNS के अंतर्गत पंजीकृत किया गया।

इसके बाद दिनांक 30 अक्टूबर 2025 को कोटद्वार पुलिस एवं एएचटीयू टीम को गुजरात पुलिस से सूचना प्राप्त हुई कि एक नाबालिक बालिका सूरत शहर में लावारिस अवस्था में घूमती मिली है, जो स्वयं को कोटद्वार निवासी बता रही है। बालिका को तत्काल बाल कल्याण समिति (CWC) सूरत के सुपुर्द किया गया।

सूचना मिलते ही एएचटीयू व कोटद्वार पुलिस टीम बालिका की माता के साथ सूरत पहुंची तथा आवश्यक दस्तावेजी प्रक्रिया पूर्ण कर बालिका को सुरक्षित रूप से कोटद्वार लाया गया।

कोटद्वार पहुंचने के कुछ समय पश्चात, बालिका वॉशरूम जाने के बहाने से पुनः लापता हो गई। पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बस अड्डा कोटद्वार में तलाशी अभियान चलाया, जहां दिल्ली जाने वाली बस से बालिका को पुनः बरामद कर लिया गया।

बालिका की मानसिक स्थिति को देखते हुए, उसकी माता के आग्रह पर AHTU टीम एवं बाल कल्याण समिति कोटद्वार द्वारा काउंसलिंग करवाई गई और बेस अस्पताल कोटद्वार में चिकित्सीय परीक्षण कराया गया। परीक्षण उपरांत सुरक्षा एवं उपचार की दृष्टि से बालिका को राजकीय बालिका महिला पुनर्वास केंद्र, सिंबलचौड़ (कोटद्वार) में दाखिल किया गया, जहां उसका उपचार जारी है।

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